खाली पेट के चूहें
खाली पेट के चूहें
भला चिथड़ो में
कहाँ कैद हो पाते
उछलकर बाहर
आ ही जाते है /
तथाकथित निगह-बानों
के शिकार बनते ही
इन चूहों की दुम
काट दी जाती है /
बाज़ार में बिकते फिर
इन्हें देर नहीं लगती /
पिन्जरेदारों को भी
इन चूहों की
तलाश रहती है /
पकडे जाने पर
बनती खबरे
पढ़ी जाती है /
खाली पेट के चूहें
पैदा करने वालो की
खबर कहाँ बनती
और पढ़ी जाती है !
3 टिप्पणियां:
हा हा हा
पूंछ कटे चूहे और वे जो कि पेट से निकल कर आए हैं !!
हे राम ! क्या अद्भुत कल्पना है प्रभु.
खाली पेट के चूहे स्साले..। बस यही तो है इनका अर्थ। वाह सुधीर भाई, इन्हे पैदा करने वालों की खबर ठीक किसी सेरोगेट मदर की तरह है..। खैर, बहुत करारा तडका है व्यवस्था पर। कब शब्द और उम्दा प्रभाव। बढिया है सुधीर
ध्यान दें- *'कब' नहीं, 'कम' पढें,
कम शब्द और उम्दा प्रभाव
एक टिप्पणी भेजें