आगाज़...
थोड़ी खट्टी थोड़ी मीठी गुफ्तगू !
बुधवार, 3 नवंबर 2010
मेरे दीप
जलाने से
जब 'माँ'
रोशन होती है /
मेरी
दिवाली
होती है !
सभी पाठकों को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ ........!
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