श्री श्री ब्लॉगनाथ महाराज को
अर्पित स्तुति छंद
- जेहि विधि होय हित मोरा
नाथ तुम्हें वो करना है !
थोड़ा ही सही
लिफ्ट तुम्हें ब्लॉग मेरा करना है !!
- हे कलम -शब्दों के स्वामी
मुझे भरोसा तेरा है !
अच्छी -बुरी सब रचनाओं का
एक तु ही तो डेरा है !!
- 'बढ़िया है' 'अच्छी है'
रचनाओं पर हे नाथ
टिप्पणी मिली कई बार !
भिन्न मिले टिप्पणी
बस यही मुझको दरकार !!
- सौंप दिया तुझको शब्द-धन
फिर क्यूं चिंता फिकर करू !
दिल का हाल सुने दिलवाला
बस यही तो मैं अरज करू !!